दिल्ली पुलिस एक बार फिर साबित हुई दिल की पुलिस
नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस, कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना दिल्ली पुलिस के जवानों ने एक मिसाल कायम की है दिल्ली में बढ़ते कोविड के मामलों की रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली में 2 दिन का वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया इस दौरान दिल्ली में हॉस्पिटलों में मरीजों को ऑक्सीजन की भारी किल्लत के मामले सामने आए तो खुद डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से मांग की रविवार को दिल्ली के नांगलोई स्थित मंसाराम हॉस्पिटल मैं भी ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई जिससे हॉस्पिटल में मौजूद कोविड के 35 मरीजों की जान पर बन आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर मैनेजमेंट स्टाफ ने सभी सप्लायर से ऑक्सीजन की मांग की लेकिन ऑक्सीजन सप्लाई ना मिलने के कारण जब मरीजों की जान पर बन आई तो मंसाराम हॉस्पिटल के डायरेक्टर को आपातकाल में मरीजों की जान बचाने के लिए एक ही रास्ता नजर आया और वह रास्ता था
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दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस कंट्रोल रूम का मनसा राम हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने पुलिस को काल करके तुरंत मरीजों की जान बचाने के लिए सहायता मांगी जिसके बाद आउटर डिस्टिक के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा ने तत्परता के साथ बिना देरी किए एसीपी आशीष के नेतृत्व में निहाल विहार एसएचओ महावीर सिंह की टीम को हॉस्पिटल को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने का जिम्मा सौंपा पुलिस टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कई जगह से भागदौड़ जद्दोजेहद संपर्क करने के उपरांत बाद मरीज की जान बचाने के लिए तुरंत 10 ऑक्सीजन सिलेंडर का बंदोबस्त कर मंसाराम हॉस्पिटल पहुंचाया कुछ देर बाद 10 ऑक्सीजन सिलेंडर दोबारा हॉस्पिटल को डिलीवर करवाए पुलिस की इस दरियादिली को देखकर हॉस्पिटल के डायरेक्टर राजेश डबास ने दिल्ली पुलिस और जिले के डीसीपी सुधांशु धामा समेत पुलिस टीम का धन्यवाद प्रकट किया है साथ ही एक जिम्मेदार न्यूज़ चैनल होने के नाते दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस को इस सराहनीय कार्य के लिए दिल से सराहना करते है और सेल्यूट करते हैं।
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भारतीय सेना
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पुलिस पत्रिका : भागीदारी जन सहयोग समिति,राष्ट्रीय ख्यति प्राप्त स्वेच्छासेवी सामाजिक संस्था द्वारा लिंगयास विद्यापीठ एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर लिंग भेदभाव रोकथाम के प्रति जागरूकता में युवा वर्ग का योगदान विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण - वेबिनार का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार की सदस्स्या ज्योतिका कालरा ने कहा कि सेक्स तो जैविक है पर लैंगिक कि भावना पूरी तरह से हमारी सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक सोच से आती है उन्होंने स्पष्ट किया कि लैंगिक में पुरुष एवं महिलाओं की भूमिका बाटी गयी जिसमे पुरुष घर के बाहर और महिला घर के अंदर महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार सुविधा देने एक नैतिकता एवं लैंगिक संवेदनशीलता है l कौस्तुभ शर्मा आई० पी० एस० महानिरीक्षक पुलिस पंजाब ने कहा कि युवाओं के हिंसक और आक्रामक व्यवहार को रोकना अत्यंत महत्वपूर्ण है l उन्होंने कहा कि युवाओं से जुड़े अपराधों के मामलों को पुलिस द्वारा नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए l जीतेन्दर चढ्ढा निदेशक राष्ट्रीय सेवा योजना युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि युवाओं को 'वसुधैव कुटुम्बकम' के उद्देश्य के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारतीय युवा जेंडर संवेदीकरण में मुख्य भूमिका निभाएगा l दानिश गुप्ता चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट एवं सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण कैथल ने लैंगिक संवेदनशीलता में प्राधिकरण की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज का युवा खुशियों का प्रकाशस्तंभ है और इस लैंगिक पूर्वाग्रह के अंधकार हट कर सम्मान की रोशनी में हमें ले जा सकता है l उद्घाटन सत्र -अध्य्क्ष रेणुका मिश्रा आई० पी० एस० अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हमने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न रोकथान अधिनियम बनाया, किन्तु आज भी बहुत सी महिलायें न्याय से वंचित है l उन्होंने कहा कि आज गाँधी के तीन बंदर की सोच में बदलाव लाना होगाl बुरा होता देख चुप ना बैठ कर एक जागरूक नागरिक की भूमिका निभानी होगी l
तकनीकी सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण कानूनी साक्षरता को लैंगिक भेदभाव समाप्त करने का सशक्त माध्यम बताया उन्होंने कहा कि हम शिक्षित होकर भी रूढ़िवादी सोच के शिकार है और आज भी लड़के एवं लड़की में भेदभाव रखते है हमे मानसिकता को बदले की जरूरत है जो लड़के एवं लड़की के प्रति व्यवहार के भेदभाव को दूर कर सके lकिशोर के मामलों की जांच में लैंगिक तटस्थता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए डॉ० गरिमा तिवारी सहायक आयुक्त पुलिस दिल्ली पुलिस ने कहा कि ऐसे मामलों में सुरक्षित वातावरण का होना आवश्यक है तथा किशोर की गरिमा का भी ध्यान रखना चाहिए l अतिरिक्त महानिरीक्षक पुलिस हिमाचल प्रदेश डॉ मोनिका भुतुंगुरु आई० पी० एस० ने कहा कि परिवर्तन लाने के दो रास्ते हैं, पहला वह कानून जो परिवर्तन ला रहा है कानूनी रूप से और दूसरा सामाजिक रूप से परिवर्तन लाने से संबंधित है। आज सती प्रथा विलुप्त है क्योंकि इसके खिलाफ कानूनी जनादेश लाया गया और समाज ने भी इसका समर्थन किया लेकिन दहेज मांग के मामलों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है जहाँ कानून होने के बावजूद मौजूद है यह अभी भी प्रचलित है। इसलिए, यदि हम हर बदलाव भविष्य में देखना चाहते हैं, तो हमे आज से अभियान शुरू करना चाहिए l श्यामला एस० कुंदर सदस्या राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार ने तकनीकी सत्र के अपने अध्यक्षीय भाषण में महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा सर्वोपरि प्राथमिकता देने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता महिलाओं के अधिकार को प्राप्त करने का सिद्धांत और मौलिक अवधारणा है तथा महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना हमारे देश को गौरवान्वित करता है l मुख्य अतिथि राजेंदर पाल गौतम महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार ने लैंगिक संवेदीकरण में युवाओं की सबसे बड़ी भूमिका बताते हुए अपराध के बढ़ते मामले को लिंग के प्रति जागरूक न होने का सबसे बड़ा कारण बताया l उन्होंने वेबिनार दर्शकों द्वारा प्राप्त अच्छे सुझाव पर अमल लाने का आश्वासन देते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग दिल्ली सरकार के साथ गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम का निमंत्रण भी दिया l
कार्यक्रम के मॉडरेटर एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव विजय गौड़ ने बताया कि कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र एवं तकनीकी सत्र में स्वागत भाषण डॉ राजेंदर धर सलाहकार लिंगयासविद्यापीठ एवं सुभारती यूनिवर्सिटी के कुलपति ब्रिगेडियर प्रोफेसर ( डॉ० ) वी० पी० सिंह ने किया l कार्यक्रम में दिल्ली एवं हरियाणा की राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरणों की प्रमुख भागीदारी रही राष्ट्रीय सेवा योजना गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली , राष्ट्रीय सेवा योजना जे० सी० बोस यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी हरियाणा , राष्ट्रीय सेवा योजना डी० ए० वी० यूनिवर्सिटी पंजाब राष्ट्रीय सेवा योजना कुरुछेत्र यूनिवर्सिटी हरियाणा एवं फैकल्टी ऑफ़ एजुकेशन बनस्थली विद्यापीठ राजस्थान भी राष्ट्रीय वेबिनार के सह भागीदार थे l कार्यक्रम में प्रोफेशनल कंपनी दृश्यम मीडिया प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड टेक्निकल सहायता दी तथा मीडिया पार्टनर रहे मदरलैंड वौइस् राष्ट्रीय हिंदी समाचार पत्र , वीमेन एक्सप्रेस समाचार पत्र , समाचार वार्ता न्यूज़ मीडिया , जनमत समाचार एवं लीगल जंक्शन l अंत में भागीदारी जन सहयोग समिति के उपाध्यक्ष भारत भूषण ने सभी का आभार व्यक्त किया lनई दिल्ली: थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने मंगलवार को कहा कि सशस्त्र बलों के बारे में युवाओं में करियर विकल्प के रूप में अधिक जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है. महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी द्वारा संचालित लड़कियों के लिए एक सैन्य-उन्मुखी स्कूल, रानी लक्ष्मीबाई मुलिंची सैनिकी शाला के रजत जयंती समारोह में डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए जनरल नरवणे ने कहा कि भारतीय रक्षा बल और सेना विशेष रूप से लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण में विश्वास करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी अधिकारियों और सैनिकों को लैंगिक पहचान की परवाह किए बिना राष्ट्र की सेवा करने और अपने करियर की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए समान अवसर मिले. महिला अधिकारी भारतीय सेना में विशिष्ट रूप से सेवा दे रही हैं और हमने उन्हें चुनौतीपूर्ण कार्यों में अधिकतम अनुभव देने के लिए कई कदम उठाए हैं.''
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भारतीय पुलिस
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पूर्वी दिल्ली : सम्मान फाउंडेशन ने सभी त्योहारों की तरह एक बार फिर से सम्मान पाठशाला के बच्चों के साथ देश का 73वां गणतंत्र दिवस मनाया जिसमें शाहदरा डी.सी.पी श्री आर साथिया सुंदरम के साथ गांधीनगर एंव विवेकविहार के एसीपी के साथ-साथ शाहदरा जिले के कई थानों के एसएचओ भी रहे सम्मिलित।
सम्मान फाउंडेशन ने दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट स्थित थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले स्थानीय झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों सँग मनाया देश का 73वां गणतंत्र दिवस।
आर साथिया सुंदरम ने बताया की थाना आनंद विहार परिसर में दिल्ली पुलिस एवं सम्मान फाउंडेशन द्वारा संचालित सम्मान पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों से पहले से ही मुलाकात हो चुकी है। उन्होंने बताया कि उन्हें बच्चों सँग सेलिब्रेशन करना व उनकी प्रतिभा देखने में बहुत अच्छा लगता है व वह उनमें अपना बचपन देखते हैं। पहले जब मैं थाना आनंद विहार निरिक्षण के लिए आया था तब पार्क में बच्चों को पढ़ता देख मैं अपने आप को रोक नहीं पाया और स्वयं इन बच्चों से बात करने के लिए पार्क में पहुंच गया। डी सी पी श्री आर साथिया सुंदरम ने बताया की बच्चों से बात करके उनको बहुत अच्छा लगा।
साथ ही उन्होंने थाना आनंद विहार SHO श्री हरकेश गाबा की तारीफ करते हुए बताया की हरकेश जी बेहद एक्टिव व्यक्ति है जिन्होंने इतने कम समय में इन बच्चों के लिए बेहतरीन खान-पान की व्यवस्था कर बच्चों व हम सब का दिल जीत लिया है। साथ ही सम्मान फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यो की सराहना की वही गणतंत्र दिवस महोत्सव का आयोजन करने पर सम्मान फाउंडेशन का धन्यवाद प्रकट किया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस के कई जवानों को अच्छे कार्यों के लिए डीसीपी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री गौरव तिवारी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री राजेश मल्होत्रा जी, राष्ट्रीयमहा सचिव श्रीमती हेमलता जी, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्री प्रभात तिवारी जी, राष्ट्रीय सचिव श्री विपिन तिवारी जी, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अवनीश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश महासचिव श्री अशोक शर्मा जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री नवीन गुप्ता जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री यश सक्सेना जी, दिल्ली प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री प्रभात कुमार जी, सुश्री माहि तिवारी जी, एवं समाज सेविका श्रीमती अंजू शर्मा जी, सुश्री नैन्सी शर्मा जी, पाठशाला की सहायक सुश्री वंदना व संस्था के मार्गदर्शक शर्मा जी, व राहुल तिवारी जी, अन्य लोग मौजूद रहें।
पूर्वी दिल्ली: आज सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा क्षेत्रीय स्तर पर सफलता पूर्व किये जा रहे कार्यो में सक्रिय भागीदारी एवं उच्च सामाजिक आदर्श भावना के लिए थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली, श्री कश्मीरी लाल जी को जनता की ओर से सम्मान फाउंडेशन एवं पुलिस पत्रिका द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
साथ ही थाना मंडावली के पुलिस कर्मियों को उनके द्वारा सामाजिक कार्यो में सक्रिय भागीदारी के लिए श्री योगेंदर ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री प्रदीप ( हेड कॉन्स्टेबल ), श्री बंसी लाल ( कॉन्स्टेबल ), श्री आज़ाद ( कॉन्स्टेबल ), श्री लोकेंद्र ( कॉन्स्टेबल ), श्री मनोज ( कॉन्स्टेबल ), व वरिष्ठ समाज सेवी श्री मोहित जैन, श्री गुरुदेव शर्मा, श्री सैयद सज्जाद अली ज़ैदी को थाना प्रभारी मंडावली दिल्ली श्री कश्मीरी लाल जी द्वारा प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सम्मान फाउंडेशन के संस्थापक श्री एस बी तिवारी, व पुलिस पत्रिका के प्रधान संपादक श्री गौरव तिवारी, सम्मान फाउंडेशन की राष्ट्रीय सचिव श्रीमती हेमलता जी, सचिव श्री धीरज जी, श्री अजय वीर सिंह जी, सौरव जी, रीना जी, पिंकी शर्मा जी व अन्य लोग मौजूद रहें।
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अपराध
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बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले (Baghpat) में एक युवक की आत्महत्या के केस (Suicide case) में 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है. सोमवार को इस युवक की कुछ पुलिसकर्मियों से एक वैक्सीनेशन सेंटर पर झड़प (brawl with cops) हो गई थी, जिसके बाद कल रात उसका शव उसके गांव में एक पेड़ से लटकता हुआ मिला था. इस केस में इन 10 पुलिसकर्मियों में से पांच पर 'आत्महत्या के लिए उकसाने' (Abetment of Suicide) के आरोप में केस दर्ज हुआ है.
युवक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उसने पुलिसवालों की वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाया. उन्होंने बताया कि एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 'बिना किसी कारण के' पुलिसकर्मियों ने उसे पीटा था और फिर बाद में उसके घर आकर उसकी मां को भी पीट कर गए थे.
सोमवार दोपहर को हुई इस घटना का एक 90 सेकेंड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें देखा जा सकता है कि कम से कम दो पुलिसकर्मी उस युवक को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक दूसरा शख्स बीच-बचाव की कोशिश करता है, लेकिन पुलिस वाले उसे धक्का दे देते हैं. खुद को छुड़ाने की कोशिश में कामयाब होने के बाद वो युवक केंद्र से भाग जाता है.
पुलिस में लिखाई गई शिकायत में युवक के पिता ने आरोप लगाया है कि वहां मेडिकल स्टाफ ने उसके बेटे का नाम बुलाया और वो अंदर जाने लगा तो पुलिसवालों ने उसे अंदर नहीं घुसने दिया. पिता ने बताया कि 'पुलिस ने मेरे बेटे के साथ धक्कामुक्की की, जब उसने कारण पूछा तो उन्होंने उसे पीटना शुरू कर दिया. फिर उसे एक दूसरे कमरे में ले जाकर लाठियों से पीटा गया. हमने वहां से उसे किसी तरह बाहर निकाला. लेकिन फिर शाम को कई पुलिसवाले हमारे घर आए और मेरी पत्नी को भी मारा. मेरा बेटा बहुत डर गया और भाग गया. हमें बाद में उसकी बॉडी मिली.'
इस मामले पर बागपत पुलिस के चीफ अभिषेक सिंह ने एक वीडियो बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'हमने केस दर्ज किया है और 10 पुलिसकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और हम इस मामले में किसी को नहीं छोड़ेंगे.'
गाज़ियाबाद: मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में नशे का सेवन करने आए गोताखोरों का आपस में विवाद हो गया । यह विवाद गोताखोरों में नवीन मंडी स्थल में शराब और गांजे का सेवन करने के बाद हुआ । जिसमें एक गोताखोर की दर्दनाक मौत हो गई हैं । वहीं , पुलिस की कार्रवाई में मुख्य आरोपी गिरफ़्तार हो गया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । आपको बता दें कि सोमवार सरेशाम मुरादनगर थानाक्षेत्र के रावली रोड स्थित नवीन मंडी स्थल में कुछ गोताखोर नशे का सेवन करने आए और उन्होंने वहां शराब और गांजा का दबाकर सेवन किया और वह नशे में धुत हो गए । गौरतलब है कि नशे का सेवन करने के बाद देखते ही देखते गोताखोर सोनू की दूसरे गोताखोर कमल के भाई से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और फिर दोनों में मारपीट भी हो गई । जिसमें गोताखोर कमल लाठी - डंडा लेकर कूद पड़ा और उसने गोताखोर सोनू के सर पर जानलेवा हमला कर दिया ।
हमले में सोनू गंभीर रूप से घायल हो गया और वह जमीन पर गिर गया । इतना ही नहीं , कमल ने सोनू के सिर पर बहुत बेदर्दी से वार किये । जिसकी वीडियो पास खड़े किसी युवक ने बना ली । जिसमें साफ साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से वह नशे में गोताखोर सोनू के सर पर बेदर्दी से वार कर रहा हैं । यह नज़ारा अपनी आंखों से देख नवीन मंडी स्थल में मौजूद लोगों में अफरा तफरी सी मच गई और वह दहशत में भी नज़र आए । सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घेराबंदी करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल पुत्र प्रकाश निवासी थाना मुरादनगर को गिरफ्तार कर लिया हैं ।
पुलिस ने गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू पुत्र कैलाश निवासी थाना मोदीनगर को जब जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । दूसरी तरफ अन्य आरोपी गोताखोर मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं । एसपी ग्रामीण ईरज राजा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल गंभीर रूप से घायल गोताखोर सोनू को जनपद के एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया , जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया हैं । इतना ही नहीं , एसपी ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी गोताखोर कमल को गिरफ़्तार कर लिया हैं । जबकि , अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए हैं , जिनकी तलाश की जा रही हैं ।
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व्यापार
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नई दिल्ली: मारुति की मच अवेटेड एसयूवी Maruti Jimny को लेकर एक अच्छी खबर है। पिछले साल दिसंबर के आखिर में खबर आई थी कि मारुति सुजुकी ने अपनी 3-डोर वैरियंट वाली जिमनी की गुरुग्राम स्थित प्लांट में असेंबली शुरू कर दी है, वहीं अब कंपनी ने इसका निर्यात भी शुरू कर दिया है। कंपनी ने इसका 184 यूनिट्स का पहला शिपमेंट मुंद्रा पोर्ट से लैटिन अमेरिकी देशों जैसे कोलंबिया और पेरू को भेजा है।
स्टॉक एक्सचेंज बीएसई को जारी बयान में मारुति ने बताया है कि जिमनी का निर्यात शुरू हो गया है और 3-डोर वाली जिमनी को लैटिनी अमेरिका, पश्चिमी एशिया और अफ्रीकी देशों को निर्यात की जाएगी। मौजूदा पीढ़ी की जिमनी को 2018 में लॉन्च किया गया था। इसे पिछले साल हुए ऑटो एक्सपो में भी शोकस किया गया था।
जिमनी की स्पेसिफिकेशंस
जिमनी में 1.5 लीटर K15B नैचुरली एस्पीरेटेड पेट्रोल इंजन मिलता है, यह इंजन 105 एचपी की पावर और 138 एनएम का टॉर्क देता है। कंपनी यह इंजन विटारा ब्रेजा के अलावा अर्टिगा, सियाज और एस-क्रॉस में भी दे रही है। लैडर फ्रेम होने की वजह से इसमें इंजन की पोजिशन बदली हुई होगी, जो इसके पिछले पहियों को पावर देगा। वहीं भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी को थार की तरह स्टैंडर्ड 4x4 सिस्टम के साथ पेश किया जा सकता है। जिमनी में 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के अलावा 4-स्पीड टॉर्क कनवर्टर ऑटोमैटिक का भी विकल्प मिलता है।
लंबाईः 3,645 एमएम
चौड़ाईः 1,645 एमएम
ऊंचाईः 1,720 एमएम
भारत में जिमनी की लॉन्चिंग की कोई तारीख अभी तक तय नहीं हुई है। पहले माना जा रहा था कि इसे 2020 में ही उतारा जाएगा, बाद में खबरें आईं कि इसे 2021 में पेश किया जा सकता है। लेकिन कंपनी ने इंकार कर दिया। वहीं अब उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी इसे अगले साल ही उतारेगी।भारत में लॉन्च होने वाली जिमनी 5-डोर वर्जन होगी और इसमें अलग से लगेज स्पेस दिया जाएगा। कंपनी सूत्रों का कहना है कि 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों को भारत में ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि ज्यादातर भारतीय इन्हें व्यावहारिक नहीं मानते हैं। यही वजह है कि भारतीय बाजार में 3-डोर वर्जन वाली गाड़ियों की कोई खास मांग नहीं रही है।
नई जिमनी सब-4 मीटर एसयूवी सेगमेंट में होगी। इसका मुकाबला महिंद्रा थार से होगा, जो पांच दरवाजों वाली होगी और फिलहाल उस पर काम जारी है। भारत में चौथी पीढ़ी की जिमनी का मुकाबला भारत में ही बन रही दूसरी पीढ़ी की जिमनी यानी मारुति जिप्सी से भी होगा, जिसे फिलहाल सेना के लिए ही बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट एक फरवरी 2021 को पेश होगा। इस साल पेश होने वाला बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यकाल का तीसरा बजट होगा। इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं। एक फरवरी 2019 को पीयूष गोयल द्वारा अंतरिम बजट पेश किया गया था। इसके बाद पांच जुलाई 2019 को निर्मला सीतारमण ने अपना पहला आम बजट पेश किया था। एक फरवरी 2020 को उन्होंने अपना दूसरा बजट पेश किया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम बजट आखिर अंतरिम बजट से अलग कैसे है?
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अंतरिम बजट हर साल पेश होने वाले पूर्ण बजट से काफी अलग होता है। अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट (Vote on Account) में थोड़ा सा नीतिगत अंतर होता है।
केवल कुछ महीने के लिए होता है अंतरिम पेश
अंतरिम बजट एक खास समय के लिए होता है। चुनावी साल में सरकार अंतरिम बजट पेश करती है। यह बजट चुनावी वर्ष में नई सरकार के गठन तक खर्चों का इंतजाम करने की औपचारिकता होता है। अप्रैल से शुरू होने वाले वित्त वर्ष के शुरुआती तीन से पांच महीने या फिर चुनाव संपन्न होने तक के लिए अंतरिम बजट पेश होता है। जो नई सरकार सत्ता में आती है, वो पूर्ण बजट पेश करती है। यह इसलिए पेश किया जाता है ताकि सरकार की तरफ से होने वाले खर्चों में किसी तरह की कोई कमी न आए।इसे भी पढ़ें : दिल्ली पुलिस की 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली को अनुमति देने की योजना—लेकिन इन शर्तों पर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में अंतर
अंतरिम बजट और वोट ऑन अकाउंट में थोड़ा सा अंतर होता है। अगर सरकार कुछ महीनों के लिए खर्चा चलाने के लिए संंसद से मंजूरी मांगती है तो उसे वोट ऑन अकाउंट कहते हैं। वहीं अगर सरकार खर्च के अलावा कमाई का ब्यौरा भी पेश करती है, तो उसके अंतरिम बजट भी कहा जाता है।इसे भी पढ़ें : स्कूल के पहले दिन 11 छात्राएं कोरोना वायरस से संक्रमित मिलीं
नीतिगत फैसले लेने की बाध्यता नहीं
अंतरिम बजट में सरकार आम तौर पर कोई नीतिगत फैसला नहीं लेती है लेकिन इसके लिए किसी तरह की कोई संवैधानिक बाध्यता नहीं है। इतिहास में कई बार पूर्व सरकारों के वित्त मंत्रियों ने अंतरिम बजट में भी कई तरह के नीतिगत फैसले लिए हैं। हालांकि नई सरकार सत्ता में आने के बाद इनको बदल सकती है।
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विशेष
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नई दिल्ली। शीला चैरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट टीम ने शनिवार सुबह 11:00 यमुना खादर बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर लगभग 500 से 600 लोगों को भोजन वितरण किया। संस्था के सभी लोग मिलकर बाढ़ प्रभावित पीड़ितों के बीच भोजन वितरण कीये। इस अवसर पर संस्था के वाइस चेयरमैन अभिजीत राय ने कहा कि हमारी संस्था इस तरह का कार्य करती रहती है और हम सभी लोग मिलकर आगे भी ऐसे कार्य करते रहेंगे हर संभव बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद करेंगे। वही बातचीत के दौरान नेशनल सेक्रेट्री बीएस गौतम ने कहा कि हमारी संस्था लगातार स्लम एरियाज में गरीब असहाय लोगों के बीच पहुंचकर मदद करती रहती है। हम लोग एजुकेशन स्वास्थ्य शिक्षा पर भी काम करते हैं हमारी टीम मिलकर निरंतर इस तरह के कार्य करती रहती है। टीम के सभी लोग एकजुट होकर जिस तरह से कार्य कर रहे हैं यह काबिले तारीफ है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए हमारी टीम और हमारी संस्था हमेशा हर संभव जरूरत की सामग्री पहुंचाने का काम करेगी। इस अवसर पर नरेंद्र कुमार,पंकज कुमार राय, शुभम राय, अभिषेक मांझी, (नैशनल कोषाध्यक्ष) पप्पू शाह, विकास मैसी, अजीत, रवि, गौरव तिवारी,आदि लोग मौजूद रहे।
संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस को किया लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित उनके प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है
नई दिल्ली: आल समाज सहायता ट्रस्ट की ओर से दिल्ली पुलिस के सीनियर आईपीएस अफसर संजय सिंह, विशेष आयुक्त पुलिस, लाइसेंसिंग एवं कानूनी प्रभाग को प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी एवं भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव् एवं ब्यूरो चीफ मदरलैंडवॉइस ने संयुक्त रूप से लाइफ अचीवमेंट अवार्ड से दिल्ली पुलिस मुख्यालय में सम्मानित किया
इस अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष एवं अमन न्यूज़ चैनल के प्रधान सम्पादक अमन बर्नी ने बताया कि समाज सहायता केंद्र द्वारा करोना में लोगों को घर घर जाकर खाना पहुंचाना और रास्ते में चल रहे पैदल लोगों को मदद करना और फंसे हुए लोगों को छोटे-छोटे बच्चों को उनके मंजिल तक पहुंचाना का कार्य भी किया है उन्होंने इस प्रयास में भागीदारी जन सहयोग समिति को प्रेरणा बताया
विशेष अतिथि विजय गौड़ सेक्रेटरी जनरल भागीदारी जन सहयोग समिति ने आईपीएस संजय सिंह के रचनात्मक विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए उनके नेतृत्व मैं दिल्ली पुलिस में चल रहे युवा कार्यक्रम का विशेष उल्लेख किया जिसमें हजारो युवाओं को 12 से अधिक स्किल में ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें ऐसे युवा भी शामिल हैं जिन्होंने या तो पहली बार अपराध किया है या ड्रग सेवन जैसे व्यसन में पड़ गए उनके ऐसे प्रयास सचमुच दिल्ली पुलिस दिल की पुलिस नारे को सार्थक करते है विजय गौड़ ने कहा कि आईपीएस संजय सिंह अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के कारण किसी परिचय के मोहताज नहीं है उल्लेखनीय हैं कि उन्हें मिजोरम ( स्पेशल ड्यूटी ) पुलिस पदक, अंडमान और निकोबार में पुलिस पदक एवं भारत के माननीय राष्ट्रपति के कर कमलों से पुलिस पदक प्राप्त होने का गौरव प्रदान किया गया हैं
अतिथि डॉ0 नीरजा चतुर्वेदी आर जे आल इंडिया रेडियो ऍफ़ एम रेनबो की ने आईपीएस संजय सिंह को मीडिया फ्रेंडली बताते हुए उनकी सहजता, सरलता एवं विनम्रता की मुक्त कंठ से की और उनके मीडिया फ्रेंडली भाव को जन जागरूकता का सशक्त माध्यम बताया
मुख्य अतिथि प्रोफेसर धनञ्जय जोशी वाईस चांसलर दिल्ली टीचर्स यूनिवर्सिटी ने कहा कि हिन्दू कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी को आईपीएस संजय सिंह जैसे छात्र पर ना केवल गर्व है अपितु वे अन्य छात्रों के लिए सदैव प्रेरणा एवं ऊर्जामान व्यक्तित्व के रूप में पहचाने जाते हैइस अवसर पर सुनील परिहार ब्यूरो चीफ टीवी 100 , अमन न्यूज़ का मीडिया स्टाफ एवं अनेकों मीडियाकर्मी मौजूद थे
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राशिफल
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Today In History: भारत रत्न से सम्मानित एम. एस. सुब्बालक्ष्मी (M S Subbulakshmi ) को संगीत जगत की अप्रतिम प्रतिभा और अविवादित सुर साम्राज्ञी के तौर पर जाना जाता है. 16 सितंबर की तारीख इतिहास में संगीत की इस महान साधिका के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है. 16 सितंबर 1916 को तमिलनाडु के मदुरै शहर में जन्मी सुब्बालक्ष्मी ने पांच साल की उम्र में संगीत की शिक्षा ग्रहण करना शुरू किया और दस साल की उम्र में अपना पहला डिस्क रिकॉर्ड किया. उन्होंने देश की बहुत सी भाषाओं में गीत गाए. यह उनकी कला साधना का ही प्रभाव था कि लता मंगेशकर ने उन्हें 'तपस्विनी' कहा, उस्ताद बडे ग़ुलाम अली ख़ां ने उन्हें 'सुस्वरलक्ष्मी' का नाम दिया, किशोरी आमोनकर उन्हें 'आठवां सुर' कहती थीं, जो संगीत के सात सुरों से ऊंचा है. उन्हें कला क्षेत्र में योगदान के लिए 1954 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया
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संपादक
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नई दिल्ली : ( पुलिस पत्रिका - विजय गौड़ विशेष संवाददाता ) हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वर्ष भर चलने वाले अभियान क्वालिटी ऑफ़ लीगल सर्विसेज इज की टू एक्सेस टू जस्टिस का उदघाटन समारोह प्राधिकरण सभागार में माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। इस उद्घाटन के दौरान, माननीय न्यायमूर्ति श्री उदय उमेश ललित, न्यायाधीश, भारतीय उच्चतम न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने भी अपने विचार साझा किए और पूर्व गिरफ्तारी, गिरफ्तारी और रिमांड स्टेज पर व्यक्ति विशेष के अधिकारों पर पोस्टर लॉन्च की भी सराहना की। उन्होंने सभी राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों को इस संबंध में हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गई पहल का अनुसरण करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में लोगों को गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाएं प्रदान करने के इस अभियान की एक वर्ष की अवधि निश्चित रूप से गिरफ्तारी के दौरान पुलिस स्टेशन में लोगों की शिकायतों को कम करेगी।
समारोह की शुरूआत माननीय न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय तथा कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण कानूनी सेवाओं के महत्व पर ध्यान केन्द्रित किया है कि कानूनी सेवा प्राधिकरण जरूरतमंद लोगों तक कैसे पहुंच सकते हैं। अपने संबोधन में माननीय न्यायमूर्ति ने हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पिछले एक वर्ष में विशेष रूप से कोविड अवधि के दौरान शुरू की गई परियोजनाओं और अभियानों के बारे में सभा को अवगत कराया। उन्होंने आगे उपस्थित लोगों को कोविड-19 के दौरान हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुरू किये गये जागरूकता कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया उन्होंने कानूनी सहायता लेने वाले लोगांे को आ रही कठिनाइयों को हल करने पर जोर दिया ताकि कानूनी सेवा के अधिकार पर लोगों का विश्वास दिन प्रतिदिन और बेहतर हो सके। उन्होंने इस आयोजन को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के शहादत दिवस से जोड़ा। उन्होंने बताया कि बाल गंगाधर तिलक ने अदालत में अपना बचाव किया और अदालत में लोगों को दी जा रही कानूनी सहायता के साथ-साथ अदालत में आने से पहले यानी गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के समय से जोड़ा।हरियाणा के जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्षगण, श्री प्रमोद गोयल, सदस्य सचिव, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया क़ि समारोह अवसर पर किशोर न्याय अधिनियम (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 पर लघु फिल्म का विमोचन , गिरफ्तारी से पहले और गिरफ्तारी के चरण में एक व्यक्ति के अधिकारों पर एनिमेटेड लघु क्लिप का विमोचन , हरियाणा के सभी 22 जिलों में समर्पित वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग सुविधा का शुभारम्भ, ऐ0डी0आर0 केन्द्रों को लोगों के अनुकूल बनाने के लिए 18 जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों में किड्स जोन का उद्घाटन किया गया
समारोह में न्यायमूर्ति श्री रवि शंकर झा, मुख्य न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं मुख्य संरक्षक, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री जसवंत सिंह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं प्रशासनिक न्यायाधीश, सत्र प्रभाग, गुरूग्राम, न्यायमूर्ति श्री राजन गुप्ता, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री अजय तिवारी, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं कार्यकारी अध्यक्ष, पंजाब राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, न्यायमूर्ति श्री ऐ0जी0 मसीह, न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय एवं अध्यक्ष, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति तथा श्री राजीव अरोड़ा, आई0ऐ0एस0, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग, हरियाणा ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में श्री अशोक जैन, सदस्य सचिव, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री संजीव बेरी, रजिस्ट्रार जनरल, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चण्डीगढ़, श्री पुनीत सहगल, निदेशक, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण,, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट्स/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरियाणा के न्यायिक अधिकारीगण, पैनल अधिवक्तागण, पैरा लीगल वाॅलिन्टयर्स, बार सदस्यगण तथा पुलिस अधिकारीगण उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के बाद सभी न्यायमूर्तियों ने गुरुग्राम की भोंडसी जेल का भी दौरा किया। की टू एक्सेस टू जस्टिस अभियान का उदघाटन समारोह संम्पन्ननई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर - सूर्योदय केंद्र के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए कहा कि जाति -पाति के भेद भाव से हमें ऊपर उठ कर देश के विकास के लिए सोचना होगा l सर्वोदय केंद्र नशा मुक्ति के लिए वन ड्रॉप सेंटर एक अनूठा रचनात्मक प्रयास बताते हुए राजेंद्र पाल गौतम महिला एवं बाल विकास मंत्री दिल्ली सरकार ने प्रयास की सफलता पर अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा की ऐसे केन्द्रो को हर जिले में खोला जायेगा l उन्होंने विभिन्न विभागों , स्वेच्छासेवी संस्थाओं एवं विशेषकर दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकारण एवं दिल्ली उच्च न्यायालय के उपस्थित न्यायाधीशों द्वारा दिए गए योगदान की सराहना करते हुए नशीले पदार्थों के विक्रय पर भी रोक लगाने पर जोर दिया l
न्यायमूर्ति राजीव राजीव शकधर न्यायाधीश दिल्ली हाई कोर्ट ने जमीनी स्तर पर कार्य करने में अपनी आस्था प्रकट करते हुए कहा कि इस परियोजना अध्ययन के साथ वह स्वयं मादक पदार्थ सेवन करने वाले बच्चों के अभिभावकों से दिल्ली राज्य सेवाएं प्राधिकरण एवं महिला एवं बाल विकास की टीम के साथ मिले l अधिकतर महिलाएं सामने आयी और प्रार्थना की कि हमारे बच्चों को इस नशे की आदत से बचा दे तब दिल्ली हाई कोर्ट जुवेनाइल जस्टिस समिति ने संकल्प शक्ति के साथ टीम वर्क के साथ यह पहल की l उन्होंने बताया कि वे स्वयं स्पोर्ट्स में रूचि रखते हैं और उनका मानना है कि खेल मानसिक तनाव को दूर करता है l उन्होंने खेल को भी इस पहल में शामिल करने पर प्रसन्नता प्रकट की और आशा प्रकट की कि शीघ्र एक और ऐसा केंद्र अन्य जिले में खोल कर इस पहल को सभी जिलों तक पहुंचने का प्रयास जारी रहेगा lराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग भारत सरकार के सदस्य डॉ डॉ द्न्यनश्वर मनोहर मुलाय ने कहा कि विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के साथ जनता राष्ट्र का चौथा स्तम्भ है l संविधान चाहता है कि हर व्यक्ति को जीने का अधिकार मिले , इसी भावना से निहित केंद्र की गतिविधियां है जिसका स्थान राष्ट्र भावना में सर्वोपरि है l उन्होंने बताया कि डिजिटल लाइब्रेरी जो इस केंद्र में खोली है वह सचमुच एक सकारात्मक सोच देगी एक उनका विश्वास है l
दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सदस्य सचिव एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश कँवल जीत अरोड़ा ने प्राधिकरण ऐसे रचनात्मक पहल में योगदान के लिए सदैव कटिबद्ध है इस बात का आश्वसन देते हुए कहा कि केंद्र का उदेश्य दिशाहीन बच्चों को एक नई रौशनी देना है l उन्हें नशामुक्त करके समाज के मुख्यधारा से जोड़ना है , जो ह्रदय को स्पर्श करता है l उन्हें सही दिशा देकर हम राष्ट्र विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैl उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि नशामुक्त दिल्ली हो , जो सपना साकार भी होगा अटूट विश्वास है l
डॉ रश्मि सिंह निदेशक महिला एवं बाल विकास दिल्ली सरकार ने बताया कि सूर्योदय केंद्र द्वारा ना केवल किशोर बच्चों को नशा मुक्त किया जाएगा अपितु उन्हें स्किल ट्रेनिंग देकर रोजगार से भी जोड़ा जायेगा ताकि वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके कौंसिल ऑफ़ रॉयल रूट्स संस्था के चीफ एग्जीक्यूटिव अफसर ने केंद्र की डिजिटल लाइब्रेरी द्वारा निशुल्क ऑनलाइन शिक्षा पर विस्तृत प्रकाश डाला और सूर्योदय केंद्र गतिविधियों की एक बुकलेट का भी अतिथिगण ने विमोचन कियाइस अवसर पर दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता एवं न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा , दिल्ली राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के विशेष सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश गौतम मनन एवं अतिरिक्त सचिव जिला एवं सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल , महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव मधु के गर्ग , अभिषेक सचिव जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ( नार्थ वेस्ट ), दिल्ली बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष अनुराग कुंडू एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं संस्था प्रमुख उपस्थित थे
अंत में सुभाष वत्स संयुक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ने सभी का आभार व्यक्त किया l
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